चंद पैसो के लिए गैर हिन्दुआें पर विश्वास रखकर उन्हे रहने देना कितना धोकादायक हो सकता है इसका एक उदाहरण हरियाणा के इस गोशाला में हुए हादसे से सामने आया है । यहां आश्रम का खर्चा चलाने के लिए कुछ कमरे किराये पर दिए जाते है । उसी में से एक कमरा मेरठ के आबिद और मुजफ्फरनगर के नदीम को दिया गया था । परंतु इन्होने आश्रम के गोशाला की पवित्रता ही भंग कर दी । इन वासनांधों की गंदी नजर ने गो-माता को भी नहीं बक्शा । उन्होने अपनी हवस मिटाने के लिए आश्रम के गाय के साथ कुकर्म किया । इस घटना से हिन्दुआें ने अब यही सीख लेनी है कि, किसी भी हालत में धर्मांधोंपर विश्वास करना आत्मघात करने के समान ही है।
हरियाणा की एक गोशाला में गाय के साथ कुकर्म करने के आरोप में दो युवकों को दबोचा गया है । दोनों आरोपी काम के सिलसिले में वहां पहुंचे थे और गोशाला के आश्रम में किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों आरोपियों को उस समय रंगे हाथों धर लिया गया जब आश्रम के संचालक की पत्नी ने उन्हें काली करतूत को अंजाम देते हुए देख लिया । मामला शनिवार (२७ जनवरी) की रात लगभग डेढ बजे का है । मामले की जानकारी लगते ही स्थानीय लोगों का जमघट लग गया । पुलिस को सूचना दी गई । इससे पहले कि आरोपी
फरार हो पाते लोगों ने उन्हें आश्रम के एक कमरे में बंद कर दिया । पुलिस ने पहुंचकर आरोपियों को हिरासत में लिया और उनके और गाय के सैंपल जांच के लिए लैब में भिजवाए ।
पुलिस के अनुसार सराय औरंगाबाद स्थित सतनाम शिवगुरु शक्ति मिशन आश्रम में गाय के साथ कुकर्म करने की सूचना मिली थी । आश्रम के संचालक रोहताश ने पुलिस को बताया कि आश्रम का खर्च चलाने के लिए इसके १५ कमरों को किराये पर दिया गया है । रोहताश के कहने पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा ३७७ के तहत मुकदमा दर्ज किया है ।
पुलिस के अनुसार शुरुआती पूछताछ में दोनों आरोपी गोल-मोल जवाब देते दिखे, दोनों पुलिस को चकमा देना चाहते थे । पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों की पहचान मेरठ के आबिद और मुजफ्फरनगर के नदीम के रूप में हुई । पुलिस उनका पुराना रिकॉर्ड भी खंगाल रही है । पुलिस को आरोपियों के पास से आपत्तिजनक चीजें मिली हैं । घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में रोष बना हुआ है ।
स्त्रोत : जनसत्ता