Saturday, February 3, 2018
सुब्रमण्यम स्वामी ने राज्यसभा में लाया ‘गोरक्षा बिल’, गोहत्या पर मांगी फांसी की सजा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार (२ फरवरी) को राज्य सभा में गाय संरक्षण बिल २०१७ पेश किया और गोहत्या के दोषियों के लिए फांसी की सजा देने की मांग की ! सदन में बिल पेश करते हुए स्वामी ने कहा कि मुगल काल में भी बहादुर शाह जफर ने गो-हत्या पर प्रतिबंध लगाया था । उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल आने के बाद ही देश में गो-हत्या का चल बढा ! स्वामी ने सदन को बताया कि आधुनिक विज्ञान में यह बात साबित हो चुकी है कि गाय से मिलनेवाले उत्पादों के कई वैज्ञानिक पहलू हैं । उन्होंने कहा कि गौमूत्र का उपयोग दवा बनाने में होता है । अमेरिका ने इसके लिए पेटेंट भी प्राप्त कर लिया है जबकि हमारे ऋषिमुनियों ने हजारों साल पहले ही इस बारे में बताया था !
बिल के प्रावधानों की चर्चा करते हुए स्वामी ने कहा कि हमें हरेक गांव में गौशाला की स्थापना करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि चूंकि गोमांस निर्यात की अत्यधिक मांग है, इसलिए इस धंधे में शामिल लोगों को कडी से कडी सजा दी जानी चाहिए । इसमें अर्थदंड से लेकर फांसी की सजा तक होनी चाहिए । स्वामी के प्रस्ताव पर तेलंगाना से कांग्रेस के सांसद आनंद भास्कर ने स्वामी पर तंज कसा कि हमें गाय की सेहत पर ध्यान जरूर देना चाहिए परंतु गाय को राजनीतिक पशु नहीं बनाना चाहिए ।
स्त्रोत : जनसत्ता
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार (२ फरवरी) को राज्य सभा में गाय संरक्षण बिल २०१७ पेश किया और गोहत्या के दोषियों के लिए फांसी की सजा देने की मांग की ! सदन में बिल पेश करते हुए स्वामी ने कहा कि मुगल काल में भी बहादुर शाह जफर ने गो-हत्या पर प्रतिबंध लगाया था । उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल आने के बाद ही देश में गो-हत्या का चल बढा ! स्वामी ने सदन को बताया कि आधुनिक विज्ञान में यह बात साबित हो चुकी है कि गाय से मिलनेवाले उत्पादों के कई वैज्ञानिक पहलू हैं । उन्होंने कहा कि गौमूत्र का उपयोग दवा बनाने में होता है । अमेरिका ने इसके लिए पेटेंट भी प्राप्त कर लिया है जबकि हमारे ऋषिमुनियों ने हजारों साल पहले ही इस बारे में बताया था !
बिल के प्रावधानों की चर्चा करते हुए स्वामी ने कहा कि हमें हरेक गांव में गौशाला की स्थापना करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि चूंकि गोमांस निर्यात की अत्यधिक मांग है, इसलिए इस धंधे में शामिल लोगों को कडी से कडी सजा दी जानी चाहिए । इसमें अर्थदंड से लेकर फांसी की सजा तक होनी चाहिए । स्वामी के प्रस्ताव पर तेलंगाना से कांग्रेस के सांसद आनंद भास्कर ने स्वामी पर तंज कसा कि हमें गाय की सेहत पर ध्यान जरूर देना चाहिए परंतु गाय को राजनीतिक पशु नहीं बनाना चाहिए ।
स्त्रोत : जनसत्ता
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